लखनऊ, 18 जनवरी। देशवासियों को 22 जनवरी का बेसब्री से इंतजार है। यह तिथि इतिहास के पन्नों में हमेशा के लिए दर्ज होने वाली है, जिसे कभी नहीं भुलाया जाएगा। 22 जनवरी काे प्रभु श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा है। पूरा देश इस समय राममय हो गया। देश ही नहीं राम की गूंज तो विदेशों में भी है। खुशी व उमंग देखते बन रही है।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता मोहसिन रजा मुस्लिम समाज के विभिन्न लोगों के साथ एक मिसाल पेश की। उन्होंने गुरुवार को अलीगंज स्थित श्रीमहावीर हनुमान मंदिर पहुंच स्वच्छ तीर्थ अभियान के अंतर्गत श्रमदान कर न केवल हनुमानजी की सेवा की, बल्कि दुनिया को यह बताया कि वे प्रभु श्रीराम के अनन्य सेवक हैं, राम और खुदा सब एक हैं।

उन्होंने अपने संदेश में कहा है कि ‘है राम के वजूद पे हिन्दोस्तां को नाज, अहल-ए-नजर समझते हैं उन को इमाम-ए- हिंद।’ (अल्लामा इकबाल साहब) दरअसल, राजधानी लखनऊ के अलीगंज स्थित श्रीमहावीर हनुमान मंदिर को बसाए जाने में लखनऊ के नवाब शुजाउद्दौला की पत्नी, नवाब वाजिद अली शाह की दादी ‘आलिया बेगम’ की अहम भूमिका रही। इस प्राचीन मंदिर को आज भी हिंदू- मुस्लिम एकता का प्रतीक माना जाता है।

उन्होंने कहा कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पूरी दुनिया राममय है। साथ ही विभिन्न सांस्कृतिक व धार्मिक कार्यक्रमों की श्रृंखला चल रही है। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने समस्त देशवासियों से आह्वान किया है कि सभी लोग अपने निकट के मंदिरों में स्वच्छता के लिए श्रमदान करें। ऐसे में जाति-धर्म की दीवार फांद सभी भारतीय जन श्रमदान में जुट गए हैं। श्रीमहावीर हनुमान मंदिर पहुंचे मोहसिन रजा रामधुन में मगन दिखे और तन-मन से श्रमदान कर हनुमानजी की सेवा की।