उदयपुर, 17 जनवरी। पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र उदयपुर और उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र पटियाला के निदेशक मोहम्मद फुरकान खान ने कहा है कि कलाकारों को संबल प्रदान करने के लिए केन्द्र और राज्य सरकार द्वारा प्रभावी प्रयास किए जा रहे हैं तथापि इसके लिए गैर सरकारी संगठनों तथा कला, कलाकार व संस्कृति को सुदृढ़ बनाने के प्रयास में जुटे हुए लोगों को समंवित प्रयास करने पड़ेंगे।

खान बुधवार को यहां बागोर की हवेली में कश्ती फाउंडेशन और शहर के कलाधर्मियों द्वारा उनके केन्द्र निदेशक का पदभार ग्रहण करने के बाद आयोजित एक शिष्टाचार भेंट के दौरान बोल रहे थे।

इस दौरान उन्होंने कहा कि विडंबना है कि हमने कलाकारों को तो तैयार किया परंतु उनकी कला को समझ सके और उस कला का अनुसरण करते हुए अधिकाधिक कलाकारों को तैयार कर सके ऐसे कद्रदानों को भी तैयार करने की जरूरत है।

उन्होंने कहा कि माॅडर्न आर्ट कलाकारों द्वारा कला प्रदर्शनियों में अपने उत्तर देने के रवैये ने कला व कलाकार संरक्षण के प्रयासों को हानि पहुंचाई है। उन्होंने कला को समझने वाले दर्शक-श्रोताओं का आमुखीकरण करने के लिए कश्ती फाउंडेशन और कलाधर्मिकों को आगे आने का आह्वान किया और इस दिशा में पश्चिम व उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्रों द्वारा हर संभव सहयोग प्रदान करने को आश्वस्त किया।

इससे पूर्व, बुधवार सुबह कश्ती फाउंडेशन प्रमुख श्रद्धा मुर्डिया के नेतृत्व में कलाधर्मियों द्वारा निदेशक खान का बुके भेंट कर स्वागत व अभिनंदन किया गया। मुर्डिया ने इस मौके पर केन्द्र निदेशक खान को फाउंडेशन के नेतृत्व में कलाकारों को उचित मंच प्रदान कर प्रतिभा तराशने के लिए किए जा रहे प्रयासों के बारे में जानकारी दी और आह्वान किया कलाकारों को उनके योग्य पहचान दिलाने के लिए उनकी डायरेक्टरी और पहचान पत्र तैयार करने की पहल फाउंडेशन द्वारा की जाएगी। उन्होंने विविध कलाओं को एक मंच पर प्रस्तुत करने की कश्ती फाउंडेशन के प्रयासों को आगामी दिनों में केन्द्र के साथ भी करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।

इस मौके पर ख्यातनाम वास्तुकार व स्केच आर्टिस्ट सुनील लड्ढा ने अर्बन स्कैचर्स गु्रप द्वारा प्रत्येक सप्ताह की जाने वाली स्कैचिंग, प्रस्तर शिल्पकार हेमंत जोशी ने विद्यार्थियों को शिल्पकला की बारीकियों से रूबरू करवाने के लिए आयोजित कार्यशाला तथा गजल व गीतकार कपिल पालीवाल ने शब्दाभिषेक व रामोत्सव के माध्यम से सनातनी प्रस्तुतियों के बारे में जानकारी दी।

बैठक दौरान प्रस्तर शिल्पकार हेमंत जोशी ने कहा कि पश्चिम व उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र तथा निदेशक फुरकान खान के कार्यभार की अनूठी जुगलबंदी के बारे में बताते हुए कहा कि निदेशक खान पूर्व में जब पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र के निदेशक थे तब उनके पास उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र का अतिरिक्त कार्यभार था और अब जब वे उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र के निदेशक हैं तो उनके पास पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र का अतिरिक्त कार्यभार है। यह देश में अपनी तरह का अनूठा संयोग है और इस संयोग का यहां के कलाधर्मियों और कला-संस्कृति के संरक्षण के प्रयासों को पूरा-पूरा लाभ मिलेगा।