इस्लामाबाद, 17 जनवरी। पाकिस्तान में बीते नौ मई को हुए दंगों के मामले में मंगलवार को पूर्व आंतरिक मंत्री एवं आवामी मुस्लिम लीग के प्रमुख शेख रशीद को गिरफ्तार कर लिया गया। उन पर पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद गत नौ मई को संवेदनशील प्रतिष्ठान में तोड़फोड़ और हमले की योजना बनाने का आरोप है।

पूर्व मंत्री रशीद गत नौ मई के दंगा मामलों में दर्ज 14 मामलों में जमानत के लिए एटीसी के सामने पेश हुए। पूर्व मंत्री को 14 में से 13 में जमानत दे दी गई। हालांकि उनके खिलाफ न्यू टाउन पुलिस स्टेशन में दर्ज दंगा मामले में उनकी जमानत अर्जी खारिज कर दी गई। एक निजी चैनल से बातचीत में रशीद ने कहा कि वह गत 40 दिन से चिल्ला (भूमिगत) थे। इस दौरान उन्हें कई चीजों पर विचार करने का मौका मिला। इस दौरान मुझे किसी ने कोई नुकसान नहीं पहुंचाया। उन्होंने कहा कि वह हमेशा पाकिस्तान की सेना के साथ खड़े हैं और उन्होंने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रमुख इमरान को भी सेना के साथ अच्छे संबंध रखने की सलाह दी।

गत नौ मई को पाकिस्तान के प्रमुख सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमला करने में शामिल 103 संदिग्धों का सैन्य ट्रायल लगभग पूर्ण हो चुका है। 90 प्रतिशत मामलों में संदिग्ध दोषी पाए गए। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इन मामलों में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के कारण फैसला नहीं सुनाया गया है।

उल्लेखनीय है कि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान की गिरफ्तारी के विरोध में पीटीआई के कार्यकर्ताओं ने जिन्ना हाउस (लाहौर कोर कमांडर हाउस), मियांवली एयरबेस और फैसलाबाद स्थित आईएसआई भवन सहित एक दर्जन सैन्य प्रतिष्ठानों में तोड़फोड़ की गई थी।