नई दिल्ली, 14 जनवरी। भारत सरकार ने विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार के क्षेत्र में ‘राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार’ की घोषणा की है। राष्ट्रीय पुरस्कार शोधकर्ताओं, प्रौद्योगिकीविदों और नवप्रवर्तकों के उत्कृष्ट और प्रेरक वैज्ञानिक, तकनीकी और नवाचार योगदान को मान्यता देता है।
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अनुसार विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार के विभिन्न क्षेत्रों में व्यक्तियों या टीमों के लिए राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार (आरवीपी) के लिए आवेदन आमंत्रित किए जाते हैं। पुरस्कारों के लिए नामांकन 14 जनवरी से 28 फरवरी तक गृह मंत्रालय के पुरस्कार पोर्टल (https://awards.gov.in/) पर किए जा सकते हैं। पुरस्कारों की घोषणा राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस 11 मई को की जाएगी और पुरस्कार 23 अगस्त (राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस) पर आयोजित समारोह में प्रदान किए जाएंगे।
पुरस्कार चार श्रेणियों में दिए जाएंगे- विज्ञान रत्न, विज्ञान श्री, विज्ञान युवा-शांति स्वरूप भटनागर और विज्ञान टीम। पहली और अंतिम श्रेणी के लिए तीन-तीन तथा दूसरी और तीसरी श्रेणी में 25-25 पुरस्कार दिए जाएंगे। राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार 13 क्षेत्रों में दिए जाएंगे- भौतिकी, रसायन विज्ञान, जैव विज्ञान, गणित एवं कंप्यूटर विज्ञान, पृथ्वी विज्ञान, चिकित्सा, इंजीनियरिंग विज्ञान, कृषि विज्ञान, पर्यावरण विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं नवाचार, परमाणु ऊर्जा, अंतरिक्ष विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी और अन्य।