
कोलकाता, 17 जुलाई । एशिया की सबसे पुरानी और प्रतिष्ठित फुटबॉल प्रतियोगिताओं में से एक 134वां इंडियन ऑयल डुरंड कप इस साल पांच राज्यों- पश्चिम बंगाल, झारखंड, असम, मेघालय और मणिपुर में आयोजित किया जाएगा। टूर्नामेंट का उद्घाटन 23 जुलाई को कोलकाता में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी करेंगी।
यह जानकारी सेना के पूर्वी कमान मुख्यालय विजय दुर्ग में पूर्वी कमान के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल मोहित मल्होत्रा और पश्चिम बंगाल सरकार के खेल मंत्री अरूप विश्वास ने एक संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस के दौरान गुरुवार को दी है। पूर्वी कमान के शीर्ष अधिकारी मल्होत्रा ने बताया कि डुरंड कप कोलकाता वासियों के लिए सिर्फ टूर्नामेंट नहीं बल्कि एक भावना है। इस ऐतिहासिक प्रतियोगिता के माध्यम से युवा खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा दिखाने का मंच मिलता है। टूर्नामेंट में इस बार छह इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) की टीमें, चार आई-लीग टीमें, दो आई-लीग-दो टीमें और भारतीय सेना, नौसेना, नेपाल और मलेशिया की टीमें हिस्सा लेंगी।
इस भव्य आयोजन में राज्य सरकार और भारतीय सेना की संयुक्त भूमिका है। पश्चिम बंगाल सरकार ने इस आयोजन के लिए हर प्रकार की सुविधा देने का भरोसा जताया है। राज्य के खेल मंत्री अरूप विश्वास और मुख्य सचिव राजेश कुमार सिन्हा ने आश्वस्त किया की सुरक्षा से लेकर हर तरह का इंफ्रास्ट्रक्चर सपोर्ट राज्य सरकार देगी। बंगाल सब एरिया के जनरल ऑफिसर कमांडिंग मेजर जनरल राजेश अरुण मोगे ने आयोजन को लेकर संयुक्त रूप से तैयारियों की जानकारी दी।
मेजर जनरल राजेश अरुण मोगे ने कहा कि कोलकाता में डुरंड कप के 15 मैच आयोजित होंगे। इस टूर्नामेंट में हजारों की संख्या में युवा दर्शक मैदान पर मैच देखने पहुंचते हैं। युवाओं में फुटबॉल के प्रति लगाव बढ़ाना ही इस टूर्नामेंट का मुख्य उद्देश्य है। नौ मैच साल्टलेक स्थित विवेकानंद युवा भारती क्रीडांगन में और बाकी छह मैच किशोर भारती स्टेडियम, बारसात में होगा।
तीन करोड़ की इनामी राशि और एसयूवी
इस बार विजेता टीम को तीन करोड़ की इनामी राशि दी जाएगी। इसके साथ ही तीन व्यक्तिगत पुरस्कारों के तौर पर स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल (एसयूवी) भी प्रदान किए जाएंगे। अधिकारियों का मानना है कि डुरंड कप को लेकर मीडिया में प्रचार और जागरूकता बढ़नी चाहिए ताकि यह आयोजन और भी व्यापक स्तर पर पहुंचे।
सेना के पूर्वी कमान के प्रवक्ता विंग कमांडर हिमांशु तिवारी ने विश्वास जताया कि इस बार का डुरंड कप सभी के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव बनेगा और आने वाले वर्षों में फुटबॉल को लेकर युवाओं का जुनून और बढ़ेगा।